ओमेगा-3 फैटी एसिड अस्थमा के मरीजों को अपनी डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है। आपको बता दें कि अस्थमा एक तरह का क्रॉनिक इंफ्लेमेटरी एयरवेज डिजीज है। वहीं, अगर आप ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं, तो इससे एयरवेट की सूजन को दूर करने में मदद मिलती है। ओमेगा-3 फैटी के लिए आप मछली, अलसी, चिया सीड्स और अखरोट का सेवन कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें: Asthma Diet Plan: अस्थमा रोगी अपनी ... Xem chi tiết
தைராய்டு இருக்குறவங்க சாப்பிடக்கூடாத உணவுகள் இவையே..!!
அதிக நார்ச்சத்து உள்ள உணவுகள் : அதிக நார்ச்சத்து உள்ள உணவுகள் தைராய்டு இருப்பவர்களுக்கு நல்லது என்றாலும் அதை அளவுக்கு அதிகமாக எடுத்துக் கொண்டால் சிக்கலுக்கு வழிவகுக்கும். முழு தானியங்கள் பீன்ஸ் வகைகள், காய்கறிகள், பருப்பு வகைகள் போன்றவற்றில் இருக்கும் நார்ச்சத்து தைராய்டு ஹார்மோன் மாற்று மருந்துகள் உறிஞ்சுவதில் தலையிடும். எனவே, தைராய்டு பிரச்சினை உள்ளவர்கள் அதிக நார்சத்து உள்ள உணவுகளை அதிகமாக சாப்பிடுவதைக் குறைத்துக் கொள்வது ... Xem chi tiết
बंद नाक का कारण, लक्षण और इलाज | Nose block in Hindi
नाक बंद होने की समस्या सर्दी और गर्मी दोनों ही मौसम हो सकती है। इसका कारण सामान्य एलर्जी से लेकर साइनस में इंफ्केशन या नाक की हड्डी टूटना आदि हो सकते हैं। नाक बंद यानी जाम होने के कारण आपको अनेक परेशानियां जैसे की नाक में सूजन, गले में खराश सांस लेने में तकलीफ, सर्दी, खांसी और बुखार आदि का सामना करना पड़ सकता है। बंद नाक के कारण नाक बंद यानी जाम होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें एलर्जी या सामान्य संक्रमण के कारण नाक के उत्तक ... Xem chi tiết
फैटी लीवर आहार: फैटी लीवर की रोकथाम और पालन के लिए आहार, डाइट चार्ट
फैटी लिवर क्या है? हेपेटिक स्टीटोसिस फैटी लिवर रोग का दूसरा नाम है। यह स्थिति लिवर में वसा के निर्माण के कारण होती है। लिवर पर कुछ मात्रा में वसा का होना स्वस्थ माना जाता है। लेकिन जब यह एक निश्चित सीमा को पार कर जाता है तो यह किसी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। लिवर आपके शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है। यह व्यक्ति द्वारा उपभोग किए जाने वाले भोजन और पेय पदार्थों से पोषक तत्वों को संसाधित करने में मदद करता है। यह रक्त ... Xem chi tiết
कौन सा तिल-मस्सा सौभाग्यशाली, कौन सा लाएगा खतरनाक बीमारी, समझें संकेत
नाक, होठ, गाल, कान, गले, हाथ, पैर और तलवे पर नजर आने वाले काले रंग के छोटे से गोल तिल को लेकर अलग-अलग जगहों पर कई शुभ-अशुभ बातें कही-सुनी जाती हैं. शरीर के कुछ हिस्सों को सौभाग्यशाली माना जाता है तो कुछ को दुर्भाग्य का संकेत. गानों, फिल्मों, शेरो-शायरी और कविताओं में दशकों से तिल या मस्से को नायिका की खूबसूरती से जोड़कर पेश किया जाता रहा है. तिल और मस्से को सुंदरता का पैमाने मानने वाली कई लड़कियां तो आर्टिफिशियल तिल भी ... Xem chi tiết
वेरीकाज वेन की समस्या में कौन कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए?
2. चुकंदर चुकंदर को हर रोज खाने से वेरीकाज नसों को कम किया जा सकता है क्योंकि चुकंदर में बीटासायनिन नाम का कंपाउंड होता है जो हमारे शरीर में हेमोसिस्टिन को कम करने में मदद करता है। हिमोसिस्टिन का स्तर ज्यादा होने से हमारे शरीर में ब्लड क्लॉट जम जाता है। चुकंदर को आप अपने सालाद में खा सकते है या फिर इसका जूस निकालकर पी सकते है। इसे भी पढ़ें- Varicose Veins: पैर में उभरी हुई नीली नसें हैं वेरिकोज वेन्स, जानें इसके 5 कारण, लक्षण ... Xem chi tiết
डिलीवरी के बाद पेट कम करने के लिए आजमाएं ये 5 आसान उपाय
मेथी के बीज डिलीवरी के बाद पेट कम करने के लिए मेथी के बीज काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। मेथी के बीज में फाइबर काफी मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनता है। मेथी के बीज का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है। डिलीवरी के बाद पेट की चर्बी कम करने के लिए आप रोजाना मेथी की चाय का सेवन कर सकती हैं। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के बीज डालकर उबाल लें। इस पानी को छान ... Xem chi tiết
पैरों की एड़ियों में दर्द रहता है तो इग्नोर नहीं करें, Uric Acid हाई होने के हो सकते हैं संकेत, डाइट में 4 चीजों को शामिल कर बिना दवा करें इलाज
किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जो बॉडी से अतिरिक्त टॉक्सिन को बाहर निकालती है। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले ऐसे टॉक्सिन हैं जिन्हें किडनी फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर कर देती है। प्यूरीन डाइट का अधिक सेवन करने से जब बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है तो बॉडी में कई तरह की समस्याएं जैसे किडनी स्टोन, जोड़ों में दर्द होना, हाथ-पैरों के जोड़ों में स्टिफनेस होना, पैर के अंगूठे में दर्द होना, खासकर पैरों की एड़ियों ... Xem chi tiết
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण और उपाय
जब बैक्टीरिया या वायरस किडनी में प्रवेश कर जाते हैं, तो इस कारण से किडनी में संक्रमण हो जाता है। किडनी का संक्रमण, एक या दोनों किडनी को प्रभावित कर सकता है। किडनी का संक्रमण, मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) का एक प्रकार है। मेडिकल भाषा में इसे पायलोनेफ्राइटिस कहा जाता है। किडनी का काम रक्त को शुद्ध करना, अपशिष्ट पदार्थ को बाहर निकालना और यूरीन बनाना है। वे आपकी रीढ़ के दोनों ओर स्थित होती हैं, और आंशिक रूप से पसलियों के निचले हिस्से ... Xem chi tiết
Explainer: क्या थायराइड में चावल खाना चाहिए? क्या चावल खाने से थायराइड की समस्या बढ़ जाती है – जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Should We Eat Rice In Thyroid: जिन लोगों को थायराइड की बीमारी है उन्हें इलाज के दौरान अपने खानपान का बहुत खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि आप जो कुछ भी खाते हैं, वह आपकी थायराइड ग्रंथि के फंक्शन को प्रभावित करता है। इस दौरान अनहेल्दी, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स आदि का सेवन थायराइड फंक्शन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इसलिए थायराइड ग्रंथि की स्वस्थ फंक्शन के लिए यह बहुत आवश्यक है कि आप स्वस्थ और पोषक तत्वों से ... Xem chi tiết